हाय, खुराजिन और बैतसैदा सैहर के लोगौ, जो चमत्कार के काम तुमरे बीच मै करे गए हैं, अगर बे सूर और सैदा सैहरौं के लोगौ के बीच मै करे जाते तौ, बे ना जानै कब के बोरी पैहरकै और छार लगाकै अपने पापौं सै मन फिरा लेते।
“ऐ खुराजिन तेकै धिक्कार! बैतसैदा तेकै बी धिक्कार! जो चमत्कार तुम्मै करै गए, अगर बे सूर और सैदा सैहर मै करै जाते, तौ ना जानै कब को मन फिरा लेते। और बे मन फिरानै के चिन्न के रूप मै टाट के सोक-लत्ता पैहरकै छार मै बैठ जाते।