ईसु नै देखो कै भीड़ बढ़ती जा रई है, तौ उसनै दुसट आत्मा जौ कैह कै डाँटी कै, “ऐ गूँगी और बैहरी आत्मा, मैं तेकै हुकम देरओ हौं कै इसमै सै लिकर जा, और फिर इसमै कबी ना घुसिए।”
चेलौ नै ईसु के धौंरे आकै बौ जगाओ, और कैई, “ओ सुआमी, ओ सुआमी, हम डूब रए हैं।” तब ईसु नै उठकै आँधी और पानी की लहरौं कै डाँट लगाई और बे थम गंई, और सब सान्त हो गओ।