और कुछ बीज जो कटीली झाँड़िऔं मै बोए गए, जे बे हैं, जिनौनै परमेसर को बचन सुनो। पर दुनिया की चिन्ता, धन-दौलत को मोह परमेसर की बातौं कै दबा देवै हैं जिस्सै बामै फल ना लग पावै है।
“इसताँई चौकस रैहऔ, कहीं ऐंसो ना होए कै तुमरो मन भोग-विलास, नसा और जा जिन्दगी की चिन्ताऔं के बोज सै दब जाय और बौ दिन फंदा के हाँई अचानक तुमरे ऊपर आ पड़ै।
अब इस दुनिया के हिसाब सै मत चलौ बलकन अपने मनौ कै नओ करकै अपने आपकै बदलौ ताकि तुमकै पतो चल जाऐ कै परमेसर तुमरे ताँई का चाँहबै है। यानी जो भौत अच्छो है, जो उसकै परसन्द है और जो परिपूरन है।
जिसमै पैले तुम जा दुनिया के बुरी रस्ता मै चलते भए बा आसमान के दुसट सकतिऔं के अधकारी को नाम जपते भए जीवै हे। जौ बौई आत्मा है जो अब उन लोगौ के भीतर काम कर रई है, जो लोग परमेसर की आगियाँ कै ना मानै हैं।
जा दुनिया के लोगौ कै जौ हुकम दो कै बे घमंड ना करैं और खतम होनै बारी धन-दौलत के ऊपर ना, पर परमेसर मै आस रक्खैं जो हमरे सुख के ताँई जरूरत सै बी जादा देवै है।
जे लोग तुमरी दाबतौं मै आकै बेसरमौ के हाँई खावै-पीवै हैं और तुमरे ताँई जे लुके भए खतरा हैं और जे ऐंसे भेड़ चुंगानै बारे हैं जो अपनेई बारे मै सोचै हैं, बे बिना बरसे बादर के हाँई हैं, जिनकै बियार उड़ा ले जावै है, बे पतझड़ बारे बिना फल के पेड़ हैं, जो दो बार मर चुके हैं और जड़ सै उखड़ गए हैं।