23 ईसु नै उनकै अपने धौंरे बुलाकै जौ दासतान सुनाई कै, “सैतान, सैतान कै कैसे लिकार सकै है?
और बानै उनसै दासतानौ मै भौत सी बात कैंई, कै देखौ, “एक किसान बीज बोनै लिकरो।
जे सब बात ईसु नै दासतानौ मै लोगौ सै कैंई, और बिना दासतान के बौ उनसै कुछ ना कैबै हो।
तब ईसु नै उस्सै कैई, “हे सैतान दूर हो जा, कैसेकै पबित्तर सास्तर मै लिखो है कै, “ ‘तू परभु अपने परमेसर कैई डन्डौत कर और सिरप उसई की सेवा कर।’ ”
फिर बौ दासतान मै उनसै बात करल लगो कै, “किसी आदमी नै अंगूर को बगीचा लगाओ, और उसके चारौ लंग बेड़ा बांधी, और उसमै रस को कुन्ड खुदबाओ और पक्को मचान बनबाओ, और कुछ किसानौ कै उसको ठेका देकै दूसरे मुलक चलो गओ।
अगर किसी मुलक मै अपनेई खिलाप फूट पड़ जाय, तौ बौ मुलक टिक ना सकै है।
ईसु नै उनकै बताई, “तुम लोगौ कै तौ परमेसर के राज को भेद जान्नै को बरदान देओ गओ है। पर बाहार बारौ के ताँई सब बात दासतानौ मै होवै हैं।
और बौ उनकै दासतानौ मै भौत सी बात सिकाल लगो, और अपने उपदेस मै उनसै बोलो।