जब मुक्ख पुजारिऔं और सास्तरिऔं नै जौ बात सुनी तौ बे ईसु कै मार डान्नै को मौको ढूंड़नै लगे। पर बे डरै हे, कैसेकै भीड़ के सबई लोग उसके उपदेस सै अचम्बे मै हे।
फसै को तौहार और बिना खट्टे चून की रोटी को तौहार, आनै सै दो दिन पैले की बात है, मुक्ख पुजारी और सास्तरी ईसु कै छल सै गिरप्तार कन्नै और मार डान्नै की तरकीब ढूंड़ रए हे।
जब ईसु बैतनिया गाम मै समौन कोढ़ी के घर रोटी खानै बैठो हो, तबई एक बईयर संगमरमर की सीसी मै भौत मैहंगो ईत्तर लेकै आई, उसनै बौ सीसी की सील तोड़ी और ईत्तर ईसु के खोपड़ी मै डार दओ।