1 फसै को तौहार और बिना खट्टे चून की रोटी को तौहार, आनै सै दो दिन पैले की बात है, मुक्ख पुजारी और सास्तरी ईसु कै छल सै गिरप्तार कन्नै और मार डान्नै की तरकीब ढूंड़ रए हे।
“इसताँई जब तुम दान करौ तौ इसको ढिंडोरा ना पिटबाऔ जैसे सभाऔं और गलिऔं मै पाखंडी लोग करैं हैं, जिस्सै लोग उनकी बड़ाई करैं। मैं तुमसै सच कैरओ हौं बे अपनो ईनाम पा चुके हैं।
बिना खमीर की रोटी के तौहार के पैले दिन, जब फसै के मैमना की बलि चढ़ाई जाए करै ही, उसके खास चेलौ नै उस्सै पूँछी, “तू कहाँ चाँहै है कै हम जाकै तेरे ताँई फसै की रोटी खानै की तईयारी करैं?”
अब फसै को तौहार धौंरेई हो। ईसु कै जौ पतो हो कै मेरी घड़ी आ गई है कै मैं दुनिया छोड़कै अब्बा के धौंरे जांऔ। जिन लोगौ कै बौ इस दुनिया मै पियार करतो आओ हो उनसै आखरी तक बैसेई पियार करो।
हेरोदेस नै पतरस कै बी पकड़कै जेल मै डार दओ और चार चार सिपाईऔं कै चौकीदारी कन्नै के ताँई चार टोली लगबा दंई। जिस्सै कै बौ फसै के तौहार के बाद बाके ऊपर मुकदमा चलाऐ।