एक जाति दूसरी जाति के बिरोद मै और एक राज दूसरे राज के बिरोद मै लड़ंगे और भौत सी जघै मै हालेचाले आंगे, और अकाल पड़ंगे, जौ तौ बालक होनै के टैम सुरूबाती दरद के जैसो है।”
और पबित्तर सास्तर सै उनकै समजातो रैहओ कै मसी को दुख झेलनो और मर कै फिर सै जिन्दो होनो जरूरी हो कै, “जौई ईसु जिसकी कथा मैं तुमकै सुनावौं हौं मुक्ति दैनै बारो है।”