14 “जब तुम उस उजाड़नै बारी घिनौनी चीज कै जहाँ बौ ना होनी चँईऐ, बहाँ खड़ी देखौ, जिस कारन सै मन्दर सुनसान हो जागो (पढ़नै बारो समज लैं जाको मतलब का है) तब जो यहूदिया मुलक मै हौं बे पहाड़ौ मै भाज जाँय।
ईसु नै अपने चेलौ सै पूँछी, “का तुमनै जे सब बात समजीं?” उनौनै जबाब दओ, “हाँ!”
अरे भईयौ और बहनौ, तुम समज मै छोटे बालक ना बनौ, पर बुराई मै छोटे नादान बालक के हाँई बने रौह, और सोच-समज मै सिआने बनौ।
धन्न है बौ जो इस भबिसबानी के बचनौ कै पढ़कै सुनावै है, और धन्न हैं बे जो सुनै हैं और जामै लिखी भई बातौं कै मानै हैं, कैसेकै बौ टैम धौंरे आ गओ है।
गियान इसी मै है। जिसमै अकल हो, बौ उस जनाबर की संखिया को हिसाब लगा ले, कैसेकै बौ संखिया किसी आदमी के नाम सै जुड़ी भई है और उसकी संखिया छै सौ छियासट है।