उनके मन की कठोरता देक्कै ईसु कै दुख भओ फिर ईसु नै घुस्सा मै भरकै चारौ ओर देखो और उस आदमी सै कैई, “अपनो हात बढ़ा,” उसनै ऐंसोई करो और बाको हात ठीक हो गओ।
हे भईयौ और बहनौ, जरा सोचौ कै जब परमेसर नै तुमकै बुलाओ हो तौ तुम्मै सै भौस्से लोग ना तौ दुनिया की नजरौ मै अकलमन्द हे, और ना तागत बारे और ना खानदानी हे।
हे मेरे पियारे भईयौ सुनौ; का परमेसर नै जा दुनिया के गरीब लोगौ कै ना चुनो कै बे बिसवास मै पक्के और मसी के राज के अधकारी हौं, जिसको बादो बानै अपने पियार कन्नै बारौ से करो है?
बैबिचार कन्नै बारौ का तुम जौ ना जानौ हौ, कै दुनिया सै दोस्ती कन्नी परमेसर सै दुसमनी कन्नै के बराबर है? इसताँई जो कोई दुनिया सै दोस्ती कन्नो चाँहै है बौ परमेसर को दुसमन बन जावै है।