तब ईसु नै उस सूके हात बारे आदमी सै कैई, “अपनो हात अग्गे बढ़ा।” उसनै अपनो हात अग्गे बढ़ा दओ। बौ पूरी तरै सै ठीक हो गओ। ठीक बैसेई जैसे उसको दूसरो हात हो।
ईसु नै देखो कै भीड़ बढ़ती जा रई है, तौ उसनै दुसट आत्मा जौ कैह कै डाँटी कै, “ऐ गूँगी और बैहरी आत्मा, मैं तेकै हुकम देरओ हौं कै इसमै सै लिकर जा, और फिर इसमै कबी ना घुसिए।”
अगर मैं उनके बीच मै बे काम ना करतो, जो किसी और नै ना करे, तौ बे पाप के दोसी ना होते, पर अब तौ उनौनै देखे हैं। फिर बी बे मैंसै और मेरे अब्बा दौनौ सै नफरत करैं हैं।