“अरे कपटी सास्तरिऔं और फरीसिऔं! तुम्मै धिक्कार है। तुम लोगौ के ताँई सुरग के राज को मौहड़ो बन्द कर देवौ हौ तुम खुद तौ ना जाबौ हौ पर जो जानो चाँहै है, उनकै रोक देवौ हौ।
जब बे बाके धौंरे सै जाल लगे, तौ पतरस नै ईसु सै कैई, “हे मालिक, हमरो हिंया रैहनो कितनो अच्छो है, हम तीन तम्बू बनाऐ, एक तेरे ताँई, एक मूसा के ताँई और एक एलिया के ताँई।” उसकै पतो ना हो कै बौ का कैरओ है।
तौ का भओ अगर परमेसर नै अपनी घुस्सा दिखानै और अपनी सकति परकट कन्नै के ताँई उन लोगौ की जो घुस्सा के हकदार हे और जिसको बिनास होनै बारो हो, बड़े सबर के संग उनकी बरदास करी।
सैतान जा दुनिया को देबता है, और बानै उन लोगौ की बुद्धि बन्द करर खाई है, और बे मसी मै बिसवास ना करै हैं जो परमेसर को रूप है, जो मसी की अच्छी खबर की महिमा की चमक कै ना देख सकै हैं।
इसताँई सरब सकतिमान परभु जौ कैबै है कै, “तुम उन लोगौ के बीच मै सै लिकरकै अगल हो जाऔ और जो चीज असुद्द हैं उनकै ना छूँऔ, तौ मैं तुमकै अपनांगो। और मैं तुमरो अब्बा हौंगो और तुम मेरे बालक होओगे।”
और उस बड़े से अजगर कै जो पुरानो साँप है, जिसकै सबसै बड़ी दुसट आत्मा और सैतान कैबै हैं। जो सिगरी दुनिया कै भटकावै है उसकै और उसके दूतौ कै धरती मै फैंक दओ गओ।
तब उस सुरगदूत नै उसकै पाताल कुन्ड मै ढकेल कै ताड़ो लगाकै बन्द कर दओ और उसमै मौहर लगा दई, कै बौ हजार बरस के पूरे होनै तक जाति-जाति के लोगौ कै ना बैहकाऐ। पर हजार बरस पूरे होनै के बाद बौ थोड़े टैम के ताँई छोड़ो जाऐ।