2 “तुम जानौ हौ, कै दो दिन के बाद फसै को तौहार होगो, और आदमी को लौंड़ा कुरूस मै चढ़ाए जानै के ताँई पकड़बाओ जागो।”
समौन कनानी, और यहूदा इसकरोती, जिसनै ईसु पकड़बा बी दओ।
जब बे गलील मै हे, तौ ईसु नै उनसै कैई, “आदमी को लौंड़ा लोगौ के हात मै पकड़बाओ जागो।
और कैई, “मैंनै एक बेकसूर आदमी कै मरवानै के ताँई पकड़बाकै पाप करो है।” उनौनै कैई, “हमकै का? जौ तेरो अपनो मामलो है।”
और उसनै उनसै कैई, “मेरी बड़ी इच्छा ही, कै दुख उठानै सै पैले जौ फसै को भोज तुमरे संग खांऔ।
और यहूदी लोगौ को फसै को तौहार आनै बारो हो। भौत से आदमी अपने गाम सै ऐरूसलेम चले गए हे ताकि बे फसै तौहार सै पैले अपने आपकै सुद्द कर लैं।
फिर फसै तौहार के छै दिन पैले ईसु बैतनिया मै आओ जहाँ लाजर हो, जिसकै ईसु नै मरे भएऔं मै सै फिर जिन्दो करो हो।
धोके सै पकड़बानै बारो यहूदा बी बा जघै कै जानै हो, कैसेकै ईसु अपने चेलौ के संग बहाँ जाऐ करै हो।
जौ इसताँई भओ, कै ईसु को बौ बचन पूरो हो, जो बानै जौ बताते भए कैई ही, कै बाकी मौत कैसे होगी।
यहूदिऔं को फसै को तौहार आनै बारो हो और ईसु ऐरूसलेम गओ।