34 जब फरीसिऔं नै जौ सुनो कै ईसु नै अपने जबाब सै सदूकिऔं को मौह बन्द कर दओ हो, तौ बे इखट्टे हो गए।
तब फरीसी बहाँ सै चले गए और उसकै मारनै के ताँई कोई तरकीब सोचल लगे।
जब यहून्ना नै देखो कै भौत से फरीसी और सदूकी उसके धौंरे जल संस्कार लैनै आ रए हैं तौ बौ उनसै बोलो “ओ, साँप की औलादौं! तुमकै किसनै जता दओ, कै परभु के आनै बारे घुस्सा सै भाजौ?
तब एक सास्तरी खड़ो भओ और ईसु कै परखनै के ताँई उस्सै पूँछी, “गुरू, हमेसा की जिन्दगी को बारिस होनै के ताँई मैं का करौं?”