ईसु नै अपने चेलौ सै कैई, “देखौ, इसताँई हर एक सास्तरी जो परमेसर के राज कै जानै है, बौ ऐंसे घर के मुखिया के हाँई है जो अपने भन्डार सै नई और पुरानी चीज लिकारै है।”
जब ईसु मन्दर मै जाकै उपदेस देरओ हो तौ मुक्ख पुजारिऔं और यहूदी बुजरगौं नै धौंरे जाकै बासै पूँछी, “ऐंसी बात तू किस हक सै करै है? और जौ हक तेकै किसनै दओ?”
और बौ उनकै सिकाल लगो कै आदमी के लौंड़ा के ताँई जरूरी है कै बौ दुख उठाए और बुजरग यहूदी मुखियौं और मुक्ख पुजारिऔं और सास्तरिऔं के दुआरा ठुकराओ जानो, मार डार जानो और तीन दिन के बाद जी उठनो होगो।
तबई बेसानी हल्ला मच गओ और फरीसी मैसै कुछ सास्तरी लोग खड़े भए और जौ बात कै लेकै लड़ल लगे कै, “हम जा आदमी मै कुछ बुराई ना देखै हैं, अगर कोई आत्मा या सुरगदूत जाके संग बात करै है तौ का भओ?”