कैसेकै इन लोगौ की बुद्धि मारी गई है, इनौनै अपने कान बन्द करर खाए हैं, और अपनी आँख मूँद लंई हैं, ना तौ अगर बे आँखौ सै देखते, और कानौ सै सुनते, बुद्धि सै समजते और मेरी ओर लौहट आते तौ मैं इनकै भलो चंगो कर देतो।’
“इसताँई जब तुम दान करौ तौ इसको ढिंडोरा ना पिटबाऔ जैसे सभाऔं और गलिऔं मै पाखंडी लोग करैं हैं, जिस्सै लोग उनकी बड़ाई करैं। मैं तुमसै सच कैरओ हौं बे अपनो ईनाम पा चुके हैं।
“और जब तू पिराथना करै, तौ ढौंगिऔ के जैसे ना हो कैसेकै लोगौ कै दिखानै के ताँई सभाऔं मै और सड़कौं के मोड़ौ मै खड़े होकै पिराथना कन्नो उनकै अच्छो लगै है, मैं तुमसै सच कैरओ हौं, कै बे अपनो ईनाम पा चुके हैं।
कैसेकै इन लोगौ की अकल मै पत्थर पड़ गओ है, और इन्नै अपने कान मै गुट्टा लगा लओ है, और इन्नै अपनी आँखौ कै बन्द कर लओ है, कै कहीं ऐंसो ना हो जाऐ कै जे अपनी आँखौ से देख लैं और कान सै सुन लैं, और मन सै समजैं, और बे मेरे पिच्छे चलैं, और मैं उनकै ठीक करौं।’