जे नियम देखनै मै गियान बारे लगै हैं पर इनमै भक्ति कन्नै को दिखाबो, झूँटी दीनता और सरीर कै कसट दैनै को रिबाज है। जे सबई बात सरीर की बुरी इच्छाऔं कै ना रोक सकै हैं।
चौकस रौह, कहीं ऐंसो ना होए कै तुमकै आदमी को गियान, झूँटी और बेकार की बातौं सै कोई अपने कबजा मै ना कर लै, जो आदमिऔ और दुनिया के बनाए भए रीती रिबाज के ऊपर टिके हैं, पर मसी की सिक्छा ऐंसी ना है।