भीड़ की भीड़ बाके धौंरे आल लगी, बे लंगड़े, लूले, अन्धे, गूँगे और भौत से दूसरे रोगिऔं कै बी अपने संग लाकै ईसु के चरनौ मै रख देवै हे और बे ईसु नै ठीक कर दए।
बौ फिर झील के किनार उपदेस देल लगो, और ऐंसी बड़ी भीड़ बाके धौंरे इखट्टी हो गई, कै बौ झील मै एक किसती मै चढ़कै बैठ गओ और सैरी भीड़ जमीन मै झील के किनार खड़ी रैहई।