इसताँई परमेसर जब मैदान की घाँस कै, जो आज हिंया है और कल आग मै झौंक दई जागी, उनकै परमेसर ऐंसे लत्तौ सै सजाबै है तौ, हे अल्प बिसवासिऔ, तुमकै तौ बौ और जादा लत्ता पैहरागो।
फिर ईसु नै अपने चेलौ सै कैई, “मैंनै तुमकै जब बिना बटुआ, बिना झोला या बिना चप्पलौ के भेजो हो तौ का तुमकै किसी चीज की कमी रैहई ही?” उनौनै कैई, “किसी चीज की ना।”