22 और बानै अपने चेलौ सै कैई, “आदमी के लौंड़ा के ताँई जरूरी है, कै ‘मैं’ भौत दुख उठाऔं, और ‘मैं’ बुजरग यहूदी मुखियौं, मुक्ख पुजारिऔं और सास्तरिऔं दुआरा ठुकराओ जाकै, मार डारो जांऔ, और ‘मैं’ तीसरे दिन जी उठौं।”
और बौ उनकै सिकाल लगो कै आदमी के लौंड़ा के ताँई जरूरी है कै बौ दुख उठाए और बुजरग यहूदी मुखियौं और मुक्ख पुजारिऔं और सास्तरिऔं के दुआरा ठुकराओ जानो, मार डार जानो और तीन दिन के बाद जी उठनो होगो।
कैसेकै बौ सिरप अपने खास चेलौ कै सिका रओ हो। ईसु नै उनसै कैई, “आदमी को लौंड़ा, आदमिऔ के हवाले धोके सै पकड़बाओ जागो और बे उसकै मार डारंगे। मारे जानै के तीन दिन बाद बौ जी उठैगो।”
फिर बानै उनसै कैई, “जे मेरी बेई बात हैं, जो मैंनै तुमरे संग रैहते भए तुमसै कैई हीं, कै जरूरी है कै जितनी बात मूसा के नियम और नबिऔ और भजनौ की किताबौ मै, मेरे बारे मै लिखी हैं, सब पूरी हौं।”
मसी की आत्मा जो उनके भीतर है, और जो उनकै बताबै है कै मसी कै कितने दुख झेलने पड़ंगे और बाकी कितनी बड़ाई होगी, इसताँई बे जा खोज मै लग गए कै मसी कौन है? और जे बात जा दुनिया मै कब हौंगी।