“तुम धरती के नौन हौ, पर नौन को सबाद बिगड़ जाय, तौ बौ किस चीज सै नमकीन करो जागो, फिर बौ किसी काम को ना रैह जागो, सिरप इसके कै बाहार फैंको जाय और आदमिऔ के पाँऐऔं के नीचे खूँदो जाय।
जो मैड़ मै के हैं जहाँ परमेसर को बचन बोओ जावै है, जे बे हैं, कै जब उनौनै सुनो, तौ सैतान तुरन्त आकै परमेसर के बचन कै जो उनके मन मै बोओ गओ हो, उसकै उठा ले जावै है।