47 जब उस बईयर नै देखो, कै मैं छिप ना सकौ हौं, तब बौ डरती काँपती भई आई और उसके पाँऐऔं मै गिरकै सब लोगौं के सामने बताओ, कै मैंनै किस बजै सै तू छुँओ, और मैं कैसे उसई टैम ठीक हो गई।
इसताँई हे मेरे पियारे दोस्तौ, जैसे तुम हमेसा मेरी बातौं कै बा टैम मानै करै हे जब मैं तुमरे संग हो, और अब जब मैं तुमरे संग ना हौं तौबी तुम माने करौ, और तुम डरते और कांपते भए अपनी अपनी मुक्ति कै पूरो करते जाऔ।
जो राज हमकै मिलो है बाकै हलाओ ना जा सकै है, इसताँई हमकै बा किरपा कै अपने हात सै ना जान देनो है जिसकी बजै सै हम भक्ति और डर के संग परमेसर की आराधना करैं जिस्सै बौ खुस होवै है।