उस दिन भौत से लोग मैंसै कैंगे, हे परभु, का हमनै तेरो नाम लेकै भबिसबानी ना करी, और तेरे नाम सै दुसट आत्माऔ कै ना लिकारो, और तेरो नाम लेकै भौत से चमत्कार ना दिखाए?
जौ देक्कै, “बौ फरीसी जिसनै ईसु बुलाओ हो, अपने मन मै सोचल लगो, अगर जौ भबिसबानी कन्नै बारो होतो तौ जान लेतो, कै जो उसकै छूँ रई है, बौ कौन और कैसी बईयर है? कैसेकै बौ तौ पापन है।”
ईसु नै जौ जानकै कै बे मैंसै सबाल कन्नो चाँहबै हैं, उनसै कैई, “का तुम जा बात के बारे मै आपस मै सोच-बिचार कर रए हौ, जो मैंनै कैई, ‘थोड़ी देर मै तुम मैंकै ना देखौगे, और फिर थोड़ी देर मै तुम मैंकै देखौगे?’
बानै रात मै ईसु के धौंरे आकै कैई, “हे गुरू, हम जानै हैं कै तू परमेसर की ओर सै आओ भओ गुरू है, कैसेकै इन चमत्कारौं कै जो तू दिखाबै है, अगर परमेसर उसके संग ना होतो तौ जे चमत्कार कोई ना दिखा सकतो।”