बलकन अपने दुसमनौ कै बी पियार करौ, उनके संग भलाई करौ। कुछ बी बापस लैनै की उमीद छोड़कै उधार दो। फिर तुमरे ताँई बड़ो ईनाम होगो; और तुम परम परमेसर की औलाद बनौगे, कैसेकै परमेसर कै जो धन्नबाद ना करैं हैं, और बुरे लोग हैं, परमेसर उनके ऊपर बी दया करै है।
कैसेकै मैं मसी की सेवा करौ हौं पर मैं कमजोरिऔं मै, बेजती मै, मुसीबतौं मै और सताब मै पूरी तरै खुस हौं। कैसेकै जब मैं कमजोर होबौ हौं तौ तबई मैंकै तागत मिलै है।
इस बखत तुमरे ताँई मैं जो बी मुसीबत उठा रओ हौं, बाके बजै सै मैं खुस हौं। मसी को सरीर मतलब बिसवासिऔ की मंडली के ताँई मसी के दुख उठानै की जो बी कसर मेरी रैह गई है, बौ मैं अपने सरीर मै लेकै पूरी करौ हौं।
अगर हम सबर बी रखै हैं और बाके संग दुख बी उठाबै हैं, तौ हम बाके संग राज बी करंगे। और अगर हम बाकै पैचान्नै सै मनैह करै हैं, तौ बौ बी हमकै पैचान्नै सै मनैह करैगो।
बगैर बिसवास के परमेसर कै खुस कन्नो नामुमकिन है। कैसेकै जो परमेसर के धौंरे आवै है बाके ताँई जौ बिसवास कन्नो जरूरी है, कै परमेसर है और जो बाकै ढूंड़ै है उनकै बौ ईनाम देवै है।
“जिसके कान हौं बौ सुन ले आत्मा बिसवासिऔ की मंडलिऔ सै का कैबै है। “जो जै पाय, उसकै मैं गुप्त मन्ना मै सै दंगो और उसकै एक सपेद पत्थर बी दंगो और उस पत्थर मै एक नओ नाम लिखो भओ होगो, जिसकै बाके लैनै बारे के अलाबा और कोई ना जानैगो।
“जो जीत जांगे, और मेरे कामौ कै अन्त तक करते रैहंगे, जो अधकार मैंनै अपने अब्बा सै पाओ है बौ अधकार मैं उनकै दंगो। मैं उनकै जाति-जाति के लोगौ के ऊपर अधकार दंगो बे उनके ऊपर लोहो के डन्डा सै सासन करंगे और तोड़ डारंगे, जैसे मट्टी के बरतन टूटकै चकनाचूर हो जावै हैं। मैं बाकै सुबे को तारो दंगो।
“जिसके कान हौं बौ सुन ले कै आत्मा बिसवासिऔ की मंडलिऔ सै का कैबै है। जो जै पाऐ, मैं बाकै उस जिन्दगी के पेड़ मै सै फल खानै कै दंगो जो परमेसर के बगीचा मै है।
जो जीत जागो, उसकै मैं अपने परमेसर के मन्दर मै एक खम्मा बनांगो। और बौ फिर कबी बाहार ना लिकरैगो। मैं अपने परमेसर को नाम और अपने परमेसर के सैहर को नाम बाके ऊपर लिखंगो यानी नए ऐरूसलेम को नाम जो मेरे परमेसर के धौंरे सै सुरग सै उतरनै बारो है, और मैं अपनो नओ नाम बी बाके ऊपर लिखंगो।
जो जीत जागो उसकै इसई हाँई सपेद लत्ता पैहराए जांगे और मैं उसको नाम जिन्दगी की किताब मै सै ना मिटांगो, पर बाको नाम अपने अब्बा और उसके सुरगदूतौं के सामने मान लंगो।