जा बात के ऊपर पतरस नै बासै कैई, “हे हननियाह, सैतान नै तेरे मन मै जौ बात काए डारी कै तू पबित्तर आत्मा सै झूँट बोलै, और खेत के पैसा मै सै कुछ बचाकै रख लै?
कैसेकै परमेसर को बचन जिन्दो और सकतिसाली है और बौ दोधारी पैनी भई तरवार सै बी जादा पैनो है। बौ पिरान, आत्मा और जोड़ौ और गूदा कै अगल करकै आर पार छेदै है और हमरे दिल की बातौं और इच्छाऔं कै जानै है।
मैं बाके बालकौ कै महामारी सै मार डारंगो, तब सैरे बिसवासिऔ की मंडलिऔ कै पतो हो जागो, कै मनौ और दिलौ कै जाँचनै बारो मैंई हौं, और मैं तुम मै सै हर एक कै उसके कामौ के अनुसार फल दंगो।