6 बौ बी राजी हो गओ और बौ ऐंसे मौके की ताख मै रैहल लगो जब भीड़-भाड़ ना हो और बौ ईसु कै उनके हात पकड़बा दे।
फिर बी बे कैबै हे, “तौहार के दिनौ मै ना, कहीं ऐंसो ना हो कै लोगौ मै हंगामो मच जाय।”
फिर बी बे कैबै हे, “तौहार के दिनौ मै ना, कहीं ऐंसो ना हो कै लोग हंगामो मचांऐ।”
बे भौत खुस भए, और इसके ताँई उसकै रुपिया दैनै के ताँई तईयार हो गए।
फिर बिना खट्टे चून की रोटी को बौ दिन आओ जब फसै के दिन मैमना की बलि देनी होवै ही।