जब ईसु मन्दर मै जाकै उपदेस देरओ हो तौ मुक्ख पुजारिऔं और यहूदी बुजरगौं नै धौंरे जाकै बासै पूँछी, “ऐंसी बात तू किस हक सै करै है? और जौ हक तेकै किसनै दओ?”
फिर ईसु नै जो उसकै पकड़नै आए हे, उनमै सै मुक्ख पुजारिऔं, मन्दर के सिपाईऔं के अधकारी और बुजरग यहूदी नेताऔं सै कैई, “का तुम तरवार और लठिया लेकै किसी डाँकू कै पकड़नै आए हौ?
कै तू उनकी आँखौ कै खोलै जिस्सै कै बे लोग इन्धेरे सै उज्जेरे की ओर आँय और जो सैतान के फंदा मै फसे पड़े हैं, उनकै तू परमेसर के राज मै लेकै आय जिस्सै कै उनके पाप माफ हौं, और परमेसर के छाँटे भए बिसवासी लोगौ मै बे अपनी जघै बनाऐ।’