आदमी को लौंड़ा तौ मरैगोई, जैसो कै बाके बारे मै पबित्तर सास्तर मै लिखो है, पर धिक्कार है उस आदमी मै, जो आदमी के लौंड़ा कै पकड़बावै है, बा आदमी के ताँई कितनो अच्छो होतो कै बौ पैदाई ना भओ होतो।”
आदमी के लौंड़ा कै तौ मरनोई है, जैसो कै बाके बारे मै लिखो है। पर उस आदमी के ताँई हाय है जिसके दुआरा आदमी को लौंड़ा पकड़बाओ जागो। भलो होतो, उस आदमी को जलमई ना होतो।”
जब मैं उनके संग हो, तौ मैंनै तेरे बा नाम सै जो तैनै मैंकै दओ उनकै बचाकै रक्खो और रक्छा करी है, बामै सै कोई नास ना होओ, सिरप बाई को जिसको नास होनो पक्को हो। इसताँई कै पबित्तर सास्तर की बात पूरी हो।
कैसेकै परमेसर नै एक दिन ऐंसो ठैराओ है, जिसमै बौ बा आदमी के दुआरा दुनिया के लोगौ को सच्चाई सै नियाय करैगो जिसकै बानै ठैरार खाओ है, और बाकै मरे भएऔं मै सै फिर सै जिन्दो करकै जा बात को सबूत दे दओ है।”
मसी की आत्मा जो उनके भीतर है, और जो उनकै बताबै है कै मसी कै कितने दुख झेलने पड़ंगे और बाकी कितनी बड़ाई होगी, इसताँई बे जा खोज मै लग गए कै मसी कौन है? और जे बात जा दुनिया मै कब हौंगी।