6 तब ईसु नै कैई, “जो सुन्दर मन्दर तुम देख रए हौ। एक दिन ऐंसो होगो कै एक बी पत्थर दूसरे पत्थर के ऊपर रैहनै बारो ना है। जे सब ढाये जांगे।”
ईसु नै उनसै कैई, “तुम इन इमारतौं कै सीदे खड़े देख रए हौ? मैं तुमकै सच बता रओ हौं, हिंया एक पत्थर मै दूसरो पत्थर टिको ना रैहगो। एक-एक पत्थर गिरा दओ जागो।”
ईसु नै उसकै जबाब दओ, “तुम जे बड़ी-बड़ी इमारत देख रए हौ ना? हिंया एक पत्थर मै दूसरो पत्थर टिको ना रैहगो सब ढै दए जांगे।”
बे बासै पूँछते भए बोले, “हे गुरू, जे बात कब पूरी हौंगी? और जे बात जो होनै बारी हैं, तौ उस टैम की का निसानी होगी?”