6 परभु ईसु नै कैई, “सुनौ, कै बौ अधरमी जज का कैबै है?
जिस्सै तुम अपने सुरग मै रैहनै बारे अब्बा की औलाद ठैरौगे कैसेकै बौ भले और बुरे दौनौ के ऊपर अपनो सूरज उगावै है, और धरमिऔं और अधरमिऔं दौनौ के ऊपर बरखा बरसावै है।
बाकी अईया कै देखकै परभु कै बड़ो तरस आओ, और उसनै कैई, “मत रो।”
तब यहून्ना नै अपने चेलौ मै सै दो कै बुलाकै परभु के धौंरे जौ पूँछनै के ताँई भेजो, कै “का आनै बारो मसी तूई है, या हम किसी और दूसरे को पैंड़ो देखैं?”
तौ का तुमनै आपस मै भेदभाब ना करो और बुरी सोच के संग नियाय कन्नै बारे ना बने?