2 पर जो मेरे ऊपर बिसवास करैं हैं, इन छोटौ मै सै एक कै बी पाप मै गिरावै है, उसके ताँई जौ भलो होतो, कै चक्की को पटा उसके गरदन मै लटकाओ जातो, और बौ समन्दर मै डार दओ जातो।
फिर बी हम उन लोगौ कै गलत उदाहरन ना दैं, इसताँई तुम झील के किनार जाकै काँटो डारौ, जो मच्छी पैले फसैगी, बाकै पकड़ लेईओ, और बाको मौह खोलौगे तौ तुमकै एक सिक्का मिलैगो, उसई कै लेकै मेरे और अपने बदले उनकै दे देईओ।”
आदमी को लौंड़ा तौ मरैगोई, जैसो कै बाके बारे मै पबित्तर सास्तर मै लिखो है, पर धिक्कार है उस आदमी मै, जो आदमी के लौंड़ा कै पकड़बावै है, बा आदमी के ताँई कितनो अच्छो होतो कै बौ पैदाई ना भओ होतो।”
“पर इन छोटौ मै सै जो मेरे ऊपर बिसवास करै हैं, अगर उनकै कोई पाप के रस्ता मै ले जावै है, तौ उसके ताँई परमेसर की सजा सै जौ अच्छो होतो कै एक बड़ी चक्की को पटा उसकी गरदन मै लटकाओ जाय और बौ समन्दर मै फैंक दओ जाय।
पर मैंनै इनमै सै किसी बी बात को सहारो ना लओ। जे सबई बात मैं इसताँई ना लिख रओ हौं कै जौ सब तुम मेरे ताँई करौ, कैसेकै इस्सै अच्छो तौ मेरो मर जानो सई है कै, कोई मेरे घमंड कै बेकार ठैराऐ।
और जो कमजोर हैं, उनके ताँई मैं कमजोर बनो कै मैं उनकै जीत सकौं। मैं सबके ताँई सबई कुछ बन गओ, जिस्सै कै मैं किसी ना किसी तरै सै कुछ लोगौ कै मुक्ति दिब्बा सकौं।