“मानौ तुम्मै सै किसी के धौंरे सौ भेड़ हैं और उनमै सै एक खो जाय, तौ का बौ निन्नियानबे भेड़ौ कै खुले मै छोड़कै उस खोई भई भेड़ कै तब तक ना ढूंड़तो रैहगो, जब तक कै बौ उसकै मिल ना जाय?
कैसेकै हमरी अच्छी खबर तुमरे धौंरे सिरप बातौंई सै ना बलकन पबित्तर आत्मा की सकति और पक्के बिसवास सै तुम लोगौ के बीच मै पौंची है। तुम लोग जौ बी जानौ हौ कै हम जब तुमरे संग हे तौ तुमरे फाएदा के ताँई हमनै कैसी जिन्दगी बिताई ही।
हमरे बिसवास की सुरूआत कन्नै बारे और पक्को कन्नै बारे ईसु की ओर देखते रौह। ईसु नै लोगौ की बेजती कै अनदेखो करकै कुरूस को दुख झेलो जिस्सै कै बौ उनके ताँई रखी गई खुसी कै पाऐ। अब ईसु परमेसर के सिंगासन के खाने हात बैठो है।