4 “मानौ तुम्मै सै किसी के धौंरे सौ भेड़ हैं और उनमै सै एक खो जाय, तौ का बौ निन्नियानबे भेड़ौ कै खुले मै छोड़कै उस खोई भई भेड़ कै तब तक ना ढूंड़तो रैहगो, जब तक कै बौ उसकै मिल ना जाय?
इसताँई दूसरे के ऊपर दोस लगानै बारे, तू चाँए कोई काए ना हो, तेरे धौंरे कोई बहानो ना है, कैसेकै जिस बात मै तू दूसरे के ऊपर दोस लगाबै है, उसई बात मै अपने आपकै बी दोसी ठैराबै है, कैसेकै तू जो दोस लगाबै है खुदई बौ काम करै है।