25 जब घर के मालिक नै उठकै मौहड़ो बंद कर दओ है, और तुम बाहार खड़े होकै किबाड़ खटखटाकै कैललगौ, ‘हे परभु, हमरे ताँई किबाड़ खोल दे, और बौ जबाब दे, मैं तुमकै ना जानौ हौं, तुम कहाँ के हौ?
और अब ऐंसे काम करौ जिस्सै पतो चलै कै सचमुच तुमनै पाप कन्ने छोड़ दए हैं, और जौ बी ना सोचौ कै इब्राहिम हमरो अब्बा है; कैसेकै मैं तुमकै कैरओ हौं परमेसर इन पत्थरौं सै बी इब्राहिम के ताँई औलाद पैदा कर सकै है।
कैसेकै परमेसर नै कैई ही कै, “मैंनै सई बखत मै तुमरी बिनती सुन लई, और मुक्ति के दिनौ मै मैंनै तुमरी सायता करी ही।” देखौ, जौई सई बखत है। और मुक्ति को दिन बी जौई है।
तुम तौ जौ जानौ हौ कै जब बाद मै बानै बौ आसीस पानी चाँही तौ बौ बाके ताँई बेकार गिनी गई और बाके रो रो कै बिनती कन्नै के बाद बी बाकै मन फिरानै को मौको ना मिलो।