23 कैसेकै जिन्दगी रोटी सै और सरीर कपड़ौ सै बढ़कै है।
फिर बानै अपने चेलौ सै कैई, “इसताँई मैं तुमसै कैरओ हौं, अपने जिन्दगी की चिन्ता मत करौ कै हम का खांगे, और ना सरीर की कै हम का पैहरंगे।
कऊऔं कै देखौ; बे ना तौ बोबै हैं, नाई काटै हैं, ना उनके धौंरे भन्डार, और ना अन्न रखनै के ताँई कुठिया हैं। फिर बी परमेसर उनकै पालै है; तुम तौ कऊऔं सै कितने जादा कीमती हौ।
जब उन्नै रोटी खा लई तौ तबई उन्नै जिहाज मै सै अनाज फैंक कै जिहाज कै हल्को करो।