देखौ! मैं तुमरे धौंरे नबिऔ, बुद्धिमानौ और सास्तरिऔं कै भेजौ हौं, तुम उनमै सै कुछ कै मार डारौगे और कुरूस मै चढ़ाऔगे, कुछ कै अपने सभाघरौ मै कोड़ा लगाऔगे और एक सैहर सै दूसरे सैहर उनको पिच्छो करते फिरौगे।
“इसताँई मैं तुमसै कैरओ हौं, चिन्ता मत करौ, ना अपनी जिन्दगी की, कै हम का खांगे, और ना अपने सरीर की, कै हम का पैहरंगे, का जिन्दगी खाने सै बढ़कै ना है? और का सरीर लत्ता सै बढ़कै ना है?