1 इतने मै जब हजारौं की भीड़ लग गई, हिंया तक कै एक दूसरे के ऊपर गिर पड़ल लगे, तौ ईसु सबसै पैले अपने चेलौ सै कैललगो, “फरीसिऔं के कपटरूपी खमीर सै चौकस रैहईओ।
फिर ईसु उनके संग पहाड़ सै नीचे उतरकै बराबर जमीन मै खड़ो भओ। बहीं बाके चेलौ की बी बड़ी भीड़ ही। और सैरे यहूदिया और ऐरूसलेम और सूर और सैदा के समन्दर के किनारे के सैहरौं सै भौस्से लोग, बहाँ हे, जो बाकी बात सुन्नै और बेमारिऔ सै ठीक होनै के ताँई उसके धौंरे आए हे,
बाकी बात सुनकै उन्नै परमेसर की बड़ाई करी और बासै कैई कै, “हे भईया पौलुस, तू देख सकै है कै यहूदी लोगौ मै सै कितने हजार लोग हैं जिन्नै बिसवास करो, जो अपने नियम के ताँई बफादार हैं।
और तुम सिओन के पहाड़ के धौंरे और जिन्दे परमेसर के सैहर मै आए हौ जो सुरग को ऐरूसलेम है बाके धौंरे जानै कितने हजारौं सुरगदूत खुसी मनानै के ताँई इखट्टे होवै हैं।
पर जो गियान परमेसर की ओर सै आवै है, बौ पैले तौ पबित्तर होवै है, फिर सान्ति बारो, नरम सौभाब बारो, खुली सोच बारो, दया और अच्छे करमौ सै भरो भओ, और भेदभाब ना कन्नै बारो और खरो आदमी।