पर जब बौ यानी सच्चाई को आत्मा आगो तौ बौ तुमकै सब सच्चाई के रस्ता बतागो, कैसेकै बौ अपनी ओर सै कुछ ना कैगो, पर जो कुछ सुनैगो, बौई कैगो और आनै बारी बातौं कै तुमकै बतागो।
कैसेकै बौ आत्मा जो तुमकै मिली है, फिर सै दास बनानै या डरानै के ताँई ना है, बलकन बौ आत्मा तुमकै परमेसर की गोद लेई भई औलाद बनाबै है। जिस्सै हम “हे अब्बा, हे पिता” कैह कै परमेसर कै बुलाबै हैं।
ओ भईयौ और बहनौ, परमेसर नै तुमकै आजाद रैहनै के ताँई बुलाओ है, पर ऐंसो ना होए कै तुमरी आजादी सरीर के बुरे कामौ की ओर होए। पर पियार सै एक दूसरे की सेवा करौ।
पर परमेसर के नियम सिद्द हैं जो हमकै आजादी देवै हैं, अगर कोई आदमी उन बचनौ के ऊपर धियान देवै है और उनकै सुनकै ना भूलै है, पर उन बचनौ के हिसाब सै चलै है तौ बौ परमेसर सै अपने कामौ मै आसीस पागो।
मैं बुजरग, बा बईयर कै जो परमेसर की चुनी भई है, और बाके बालकौ के नाम जिनकै मैं सच्चाई सै पियार करौ हौं, और मैंई ना बलकन बे सबई, जो सच कै जानै हैं बे सब पियार करै हैं।