उसई टैम ईसु नै कैई, “हे परम पिता, सुरग और धरती के परभु, मैं तेरो धन्नबाद करौं हौं, कै तैनै जे बात गियानिऔ और समजदारौं सै छिपा कै, बालकौ के ऊपर परकट करीं हैं।
तब ईसु नै मन्दर मै सिक्छा देते भए जोर सै कैई, “तुम मैंकै जानौ हौ, और जौ बी जानौ हौ कै मैं कहाँ सै आओ हौं। मैं अपने आप सै ना आओ, पर बौ जिसनै मैं भेजो हौं बौ सच्चो है, जिसकै तुम ना जानौ हौ
होस मै आकै सई तरीका सै सोचौ, और पाप कन्नो छोड़ौ। कैसेकै तुम्मै सै कुछ ऐंसे हैं, जो परमेसर के बारे मै कुछ बी ना जानै हैं। मैं जौ सबई इसताँई कैरओ हौं कै तुमकै सरम आय।
पर अब तुमनै परमेसर कै जान लओ है या जौ कैंऐ कै परमेसर तुमकै जानै है। तौ तुम अब दुनिया के कमजोर और बेकार नियमौ के पिच्छे बापस काए जानो चाँहौ हौ? और का तुम उनको फिर सै गुलाम बन्नो चाँहौ हौ?
बौ परमेसर की बड़ाई की चमक है और बाको पूरो सौभाब बाईके हाँई है और बौ अपने बचन की सकति सै सिगरी चीजौ कै सई सै समारै है और बौ पापौं कै धोकै सुरग मै महान परमेसर के खाने हात बैठ गओ है।
हम जानै हैं कै परमेसर को लौंड़ा आ गओ है और बानै हमकै समज दई, ताकि हम बा सच्चे परमेसर कै जान लैं और बामै बने रैंह जो सच्चो है, कैसेकै हम बाके लौंड़ा ईसु मसी मै बने रैहबै हैं। जौई सच्चो परमेसर है और हमेसा की जिन्दगी है।
जो कोई मसी की सिक्छा मै बनो ना रैहबै है पर बौ अग्गे बढ़तो जावै है, तौ बाके धौंरे परमेसर ना है। जो कोई मसी की सिक्छा मै बनो रैहबै है, बाके धौंरे परम पिता और लौंड़ा दौनौई हैं।