भलो आदमी अपने मन के भले भन्डार सै भली बात लिकारै है; और बुरो आदमी अपने मन के बुरे भन्डार सै बुरी बात लिकारै है; कैसेकै जो मन मै भरो है बौई उसके मौह सै बाहार आवै है।
इसके बाद बे सबई डर गए, और बे परमेसर की बड़ाई करकै कैललगे कै हमरे बीच मै एक बड़ो भबिसबानी कन्नै बारो उठो है, “और परमेसर के लोगौं की सायता कन्नै के ताँई आ गओ है”
इसताँई फरीसिऔं मै सै कुछ कैललगे, “जौ आदमी परमेसर की ओर सै ना है, कैसेकै बौ आराम कन्नै बारे दिन कै ना मानै है।” पर दूसरे कैललगे, “एक पापी आदमी ऐंसे चमत्कार के चिन्नौ कै कैसे दिखा सकै है?” और उनमै फूट पड़ गई।