ईसु नै उनकै जबाब दओ, “तुमई उनकै खानै कै दो,” उनौनै कैई, “हमरे धौंरे तौ पाँच रोटी और दो मच्छी के अलाबा कुछ बी ना है, पर हाँ, अगर हम जाकै इन सब लोगौ के ताँई रोटी मोल लैं, तौ हो सकै है।”
और मैंनै उन चारौ पिरानिऔ के बीच मै सै एक अबाज जौ कैते भए सुनी, “एक दिन की डिहाड़ी के बदले किलो भर गैहूं और एक दिन की डिहाड़ी के बदले तीन किलो जई, पर तेल और अंगूर के रस को नुकसान मत करिए।”