जे पानी को हलनै को पैंड़ो देखै हे, कैसेकै परभु को एक सुरगदूत एक टैम मै आकै तलाब के पानी कै हलाबै है। पानी के हलतेई जो आदमी बामै पैले बर जावै हो, बाकी कोई बी बेमारी काए ना होए, बौ ठीक हो जावै ही।
और बाई बखत मै लोग एक जलम के लंगड़ा कै ला रए हे। बे बाकै हर रोज मन्दर के बा मौहड़े मै बिठा देवै हे जिसको नाम “सुन्दर” हो, जिस्सै कै बौ मन्दर मै आनै जानै बारौ सै भीक माँग सकै।