“बताऔ इन दौनौ मै सै किसनै अपने अब्बा की इच्छा पूरी करी?” उनौनै कैई, “बड़े नै।” ईसु नै उनसै कैई, “मैं तुमसै सच कैरओ हौं कै चुंगी लैनै बारे और रन्डी परमेसर के राज मै तुमसै पैले जांगे।
मैं तौ पानी सै तुमकै मन फिरानै को जल संस्कार देवौ हौं, पर जो मेरे बाद आनै बारो है, बौ मैंसै महान है, मैं तौ उसके जूता के फीता खोलनै के लायक बी ना हौं, बौ तुमकै पबित्तर आत्मा और आग सै जल संस्कार देगो।
हे भईयौ और बहनौ, मैं तुमकै जौ बोल रओ हौं कै, जा धरती को सरीर और खून परमेसर के राज के हकदार ना हो सकै हैं, और नास होनै बारी चीज, ना नास होनै बारी चीज के हकदार ना हो सकै हैं।
तुमकै परम पिता परमेसर पैलेई सै जानै हो और बानै तुमकै दूसरे लोगौ सै अगल छाँटो और पबित्तर आत्मा दुआरा पबित्तर करो गओ, ताकि तुम बाकी बात मानै और ईसु मसी के खून सै तुम साप हो जांऐ। तुमकै परमेसर की भौस्सी किरपा और सान्ति मिलती रैह।
जौ पानी बा जल संस्कार के हाँई है जिस्सै अब तुमकै मुक्ति मिलै है; जल संस्कार को मतलब सरीर को मैल धोनो ना हैं बलकन सच्चे मन सै परमेसर के संग बादो कन्नो है। जौ जल संस्कार ईसु मसी के फिर सै जिन्दे होनै के दुआरा हमरी मुक्ति करै है।