कैसेकै मैं तुमरे ताँई बैसेई फिकर करौ हौं जैसी परमेसर करै है। तुम एक पबित्तर कुँआरी के हाँई हौ, जिसकी सगाई मैंनै एकई आदमी संग करर खाई है, और बौ आदमी मसी है।
मेरे धौंरे लिखनै के ताँई भौस्सी बात हैं, मगर मैं जौ कागज और सिआई सै ना लिखनो चाँहौ हौं। पर मैंकै उमीद है कै मैं तुमरे धौंरे आकै आमने-सामने बैठकै बात करंगो। जिस्सै हमकै पूरी खुसी मिलै।
जिन सात सुरगदूतौं के धौंरे आखरी सात मुसीबत सै भरे भए सात कटोरा हे, उनमै सै एक मेरे धौंरे आओ, और कैललगो, “इतै आ, मैं तेकै दुलहैन यानी मैमना की बईयर दिखांगो।”