बौ जिन्दगी की रोटी मैं हौं, जो सुरग सै आवै है। अगर कोई जा रोटी मै सै खाऐ तौ बौ हमेसा जिन्दो रैहगो, और जो रोटी मैं दुनिया कै जिन्दगी के ताँई दंगो बौ मेरो मांस है।”
फिर ईसु नै उनसै कैई, “जब तुम आदमी के लौंड़ा कै ऊँचे मै चढ़ाऔगे तौ तुम जानौगे कै बौ मैं हौं। मैं अपनी ओर सै कुछ ना करौ हौं, पर मैं जो कुछ कैरओ हौं, बैसेई कैबौ हौं जैसे मैंकै अब्बा नै सिकाओ है।