बाई दिन, जो इतवार को दिन हो, साँज के टैम जिस घर मै चेला इखट्टे हे बहाँ के मौहड़े यहूदिऔं के डर के मारे बन्द करे भए हे, ईसु आकै उनके बीच मै खड़ो हो गओ और उनसै कैई, “तुमकै सान्ति मिलै।”
इसताँई हे मेरे बिसवासी भईयौ और बहनौ, तुम बी सुरग की बुलाहट मै हिस्सेदार हौ, इसताँई तुमरो सिगरो धियान ईसु की ओर होए जो परमेसर को भेजो भओ आदमी और बड़ो पुजारी है जिसकै हम मानै हैं।