9 फिर दाबत के कारन्दा नै बौ पानी चखो जो अंगूर को रस बन गओ हो, और बौ ना जानै हो कै जौ अंगूर को रस कहाँ सै आओ। पर जिन सेवकौ नै पानी लिकारो हो बे जानै हे। तब दाबत के कारन्दा नै दूलाह बुलाओ,
उनौनै ईसु कै पित्त मिलो भओ अंगूर को रस पीनै कै दओ, पर जब ईसु नै बौ चखो तौ पीनै सै मनैह कर दओ।
ईसु नै उनसै कैई, “जब तक दूलाह बरातियौ के संग है, का बे दुखी हो सकैं हैं? पर बे दिन आंगे, जब दूलाह उनसै बिछड़ जागो, और तब उन दिनौ बे बरत रखंगे।
तब बानै उनसै कैई, “अब थोड़ो बाहार लिकारकै दाबत को इन्तजाम कन्नै बारे कारन्दा के धौंरे ले जाऔ,” और बे ले गए।
ईसु एक दफै फिर गलील के काना सैहर मै आओ, जहाँ बानै पानी को अंगूर रस बनाओ हो। बहाँ राजा को एक अधकारी हो जिसको लौंड़ा कफरनहूम सैहर मै बेमार हो।
अगर आदमी बौ कन्नो चाँहै, जो परमेसर की इच्छा है तौ बौ जौ जान जागो कै जो उपदेस मैं देवौ हौं बौ परमेसर को है, या मैं अपनी ओर सै देरओ हौं।