अब फसै को तौहार धौंरेई हो। ईसु कै जौ पतो हो कै मेरी घड़ी आ गई है कै मैं दुनिया छोड़कै अब्बा के धौंरे जांऔ। जिन लोगौ कै बौ इस दुनिया मै पियार करतो आओ हो उनसै आखरी तक बैसेई पियार करो।
ईसु नै बासै कैई, “हे नारी, तू काए रो रई है? तू किसकै ढूंड़ रई है?” बाकै माली समजकै बानै बासै कैई, “साब, अगर तुम बाकै कहीं उठा ले गए हौ तौ मैंकै बताऔ कै तुमनै बौ कहाँ रक्खो है, और मैं बाकै ले जांगो।”
पर अब सै हम किसी बी आदमी कै जा दुनिया की नजरौ के हिसाब सै ना देखंगे। पर एक बखत हो जब हम मसी कै जा दुनिया के लोगौ की नजरौ के हिसाब सै देखै हे पर अब ऐंसे ना देखै हैं।