15 तब ईसु नै रस्सिऔं को कोड़ा बनाकै, सब भेड़ौ और डंगरौ कै मन्दर सै लिकार दओ, और लेन-देन कन्नै बारौं के पैसा बिखेर दए, और उनकी पिड़िया पलट दंई,
ईसु नै परमेसर के मन्दर मै जाकै, बे सब जो खरीद और बिकरी और मन्दर मै लेन-देन कन्नै बारे हे, बाहार खदेड़ दए, और पैसा बदलनै बारौ की मेज और कबूतर बेचनै बारौ के तख्ता पलट दए।
जब बानै उनसै कैई, “मैं हौं” तौ बे पिच्छे हटे और जमीन मै गिर पड़े।
उसनै मन्दर के दारे मै डंगरौ, भेड़ौ और कबूतरौं कै बेचनै बारौं और पैसौ को लेन-देन कन्नै बारौं कै बैठे भए देखो।
और कबूतर बेचनै बारौं सै कैई, “इनकै हिंया सै ले जाऔ, मेरे अब्बा के घर कै बजार मत बनाऔ।”
तबई सिपाईऔं नै रस्सी काट दंई और छोटी किसतिऔ कै पानी मै गिरा दओ।
कैसेकै जिन हतियारौं सै हम लड़ै हैं, बे जा दुनिया के ना हैं पर किलौ कै ढै दैनै बारे, परमेसर की सकति बारे हतियार हैं।