“देखौ, हम ऐरूसलेम जा रए हैं, आदमी के लौंड़ा कै धोके सै पकड़बाकै, मुक्ख पुजारिऔं और सास्तरिऔं कै सौंप दओ जागो और बे उसकै मौत की सजा सुनाकै गैर यहूदिऔं के हवाले कर दंगे।
यहूदिऔं नै बाकै जबाब दओ, “हम अच्छे काम के ताँई तेरे ऊपर पत्थर ना मारै हैं, पर परमेसर की बुराई कन्नै के कारन, और इसताँई बी कै तू आदमी होकै अपने आपकै परमेसर बताबै है।”
“मैं तुम सबई के बारे मै ना कैबौ हौं। मैं उनकै जानौ हौं जो मैंनै चुन लए हैं, पर जौ इसताँई है, कै पबित्तर सास्तर को जौ बचन पूरो भओ कै ‘बौ जो मेरी रोटी खावै है, बौई मेरे बिरोद मै हो गओ।’
फिर ईसु नै उनसै कैई, “जब तुम आदमी के लौंड़ा कै ऊँचे मै चढ़ाऔगे तौ तुम जानौगे कै बौ मैं हौं। मैं अपनी ओर सै कुछ ना करौ हौं, पर मैं जो कुछ कैरओ हौं, बैसेई कैबौ हौं जैसे मैंकै अब्बा नै सिकाओ है।
मसी नै हमरे सराप कै अपने ऊपर लेकै नियम के सराप सै हमकै आजाद करो है। कैसेकै पबित्तर सास्तर मै जौ लिखो है कै, “जिसकै कुरूस मै लटका कै मारो बौ सरापित है।”