20 ईसु नै बाकै जबाब दओ, “मैंनै दुनिया सै खुल कै बात करी हैं। मैंनै हमेसा पिराथना घरौं और मन्दर मै जहाँ सब यहूदी इखट्टे होवै हैं सिक्छा दई है, और मैंनै कबी बी चुपके सै कुछ ना कैई है।
उसई घड़ी ईसु नै भीड़ सै कैई, “का तुम तरवार और लठिया लेकै मैंकै डाँकू के हाँई पकड़नै के ताँई आए हौ? मैं रोज मन्दर मै बैठकै सिक्छा देवै हो, फिर बी तुमनै मैं ना पकड़ो।
तब बड़े पुजारी नै अपने लत्ता फाड़कै कैई, “जानै परमेसर की बुराई करी है, अब हमकै गभाऔ की जरूरतई काए है? अबी-अबी तुम लोगौ नै जाकै परमेसर की निन्दा करते सुनो है।
और ईसु सैरे गलील मै फिरतो भओ उनकी पिराथना घरौं मै उपदेस देतो और परमेसर के राज की अच्छी खबर को परचार करतो और लोगौं की हर तरै की बेमारी ठीक और कमजोरिऔं कै दूर करतो रैहओ
और ईसु सब सैहरौं और गामौ मै फिरतो रैहओ और उनकी पिराथना घरौं मै उपदेस देतो और परमेसर के राज की अच्छी खबर को परचार करतो, और हर तरै की बेमारी ठीक और कमजोरिऔं कै दूर करतो रैहओ।
तब ईसु नै मन्दर मै सिक्छा देते भए जोर सै कैई, “तुम मैंकै जानौ हौ, और जौ बी जानौ हौ कै मैं कहाँ सै आओ हौं। मैं अपने आप सै ना आओ, पर बौ जिसनै मैं भेजो हौं बौ सच्चो है, जिसकै तुम ना जानौ हौ
जो आदमी दूसरौं की नजरौ मै इज्जत बनानो चाँहबै है बौ अपने कामौ कै चोरी-छिपे ना करै है। अगर तू चमत्कार के कामौ कै करै है तौ अपने आपकै दुनिया के सामने दिखा।”
हे राजा अगरिपा, मैं तेरे सामने बिना डरे बोल रओ हौं और तू खुद बी इन बातौं के बारे मै जानै है। मैंकै बिसवास है कै इन बातौं मै सै कुछ बी बात तेसै लुकी ना है। कैसेकै जौ घटना किसी कौने मै ना भई।